दिल्ली में नहर के किनारे सड़क निर्माण की योजना को लेकर हाल ही में चर्चा हुई है। इस परियोजना के तहत दिल्ली की प्रमुख नहरों (जैसे कि नजफगढ़ नहर या अन्य) के दोनों ओर सड़कें बनाई जाएंगी, जिससे ट्रैफिक कंजेशन कम हो और कनेक्टिविटी बेहतर हो।
परियोजना के मुख्य बिंदु:
- उद्देश्य:
- नहर के किनारे सड़कें बनाकर यातायात प्रवाह सुधारना।
- वैकल्पिक मार्ग बनाना ताकि मौजूदा सड़कों पर दबाव कम हो।
- दिल्ली के अंदरूनी और बाहरी इलाकों के बीच कनेक्टिविटी बढ़ाना।
- लाभ:
- ट्रैफिक जाम में कमी।
- आपातकालीन वाहनों के लिए बेहतर पहुँच।
- नहर के किनारे की जगह का बेहतर उपयोग।
- चुनौतियाँ:
- पर्यावरणीय प्रभाव: नहर के पारिस्थितिकी तंत्र पर असर पड़ सकता है।
- अतिक्रमण हटाना: नहर किनारे अवैध बस्तियों या ढाँचों को हटाने की आवश्यकता।
- नागरिकों की चिंताएँ: आस-पास के निवासियों को शोर और प्रदूषण की आशंका।
नेताओं की प्रतिक्रियाएँ:
- मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल:
- इस परियोजना को “दिल्ली के यातायात ढाँचे के लिए महत्वपूर्ण” बताया।
- कहा कि पर्यावरण संरक्षण और जनसुविधाओं का ध्यान रखा जाएगा।
- PWD (Public Works Department) को निर्देश दिए कि योजना को तेजी से लागू किया जाए।
- उपराज्यपाल (LG) विनय कुमार सक्सेना:
- केंद्र और राज्य सरकार के बीच समन्वय पर जोर दिया।
- कहा कि यह परियोजना “दिल्ली के समग्र विकास” में मदद करेगी।
- नहर किनारे की सफाई और सौंदर्यीकरण पर भी ध्यान देंगे।
आगे की राह:
- DDA (Delhi Development Authority) और PWD मिलकर योजना पर काम कर रहे हैं।
- पर्यावरण मंजूरी और नागरिकों की आपत्तियों का समाधान किया जा रहा है।
- संभावित समयसीमा अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन शीघ्र निर्माण शुरू होने की उम्मीद है।